सर्दियों में हीटर के अधिक उपयोग सें हो सकती हैं आंखों में गंभीर समस्या

शरीर को कृत्रिम गर्मी देने वाले उपकरणों का अधिक मात्रा में उपयोग लेने से आपको गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

Update: 2022-01-28 14:30 GMT

सर्दियों के मौसम में शरीर को ठंड से बचाने लिए हम उपकरण जैसे हीटर, ब्लोवर का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि शरीर को कृत्रिम गर्मी देने वाले उपकरणों का अधिक मात्रा में उपयोग लेने से आपको गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार हीटर और ब्लोवर से निकलने वाली गर्म हवा के सीधे संपर्क में आने से त्वचा और आंखों को हानि होती है लेकिन कई बार यह हवा आपकी आंखों के लिए गंभीर समस्या का कारण बन सकती है।

कृत्रिम गर्मी देने वाले उपकरणों से निकलने वाली हवा आपके आसपास की हवा में उपस्थित नमी की मात्रा को कम कर देती है। जिसके कारण हवा शुष्क हो जाती है, जो त्वचा के रुखेपन और खुजली जैसी समस्याओं को बढ़ाती है। इसके अलावा हीटर या ब्लोवर के अधिक उपयोग से आंखों को भी क्षति पहुंचती है, इससे निकलने वाली गर्म हवा आंखों की नमी को प्रभावित करती है। जिसके कारण लोगों को ड्राई आइज जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में कृत्रिम गर्मी देने वाले उपकरणों से आंखों में होने वाली गंभीर समस्याओं एवं बचाव के बारे में बताएंगे।

आंखों में हो रही है गंभीर समस्या (There is a serious problem in the eyes)

हीटर के उपयोग से ड्राई आइज की समस्या के साथ कभी-कभी लक्षण और भी गंभीर हो जाते हैं। विशेष रूप से कार के हीटर से निकलने वाली हवा वातावरण को शुष्क बना देती है, जिससे आंखों को गंभीर क्षति होती है। ऐसे में लोगों को इन उपकरणों से निकलने वाली गर्म हवा को आंखों से दूर रखें।

ड्राई आइज की समस्या (Dry eyes problem)

सर्दियों के मौसम में अधिकतर लोगों में ड्राई आइज की समस्या बढ़ जाती है। जिसका एक कारण उपकरणों से निकलने वाली गर्म हवा के सीधे संपर्क में आना भी माना जाता है, ड्राई आइज की समस्या तब होती है जब आंख या तो पर्याप्त मात्रा में आंसू का उत्पादन नहीं कर पाते या आंखों को चिकनाई देने के लिए गुणवत्ता वाले आंसू की कमी हो जाती है। इस स्थिति में आंखों में लालिमा, खुजली या जलन जैसी समस्याएं सामने आती हैं।

ड्राई आइज जैसी गंभीर समस्याओं से बचने के लिए रखें इन बातों का ध्यान 

ठंडी या गर्म हवाओं से आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मा पहनकर रखें, यह आंसुओं को वाष्पित होने से रोकने में मदद करते हैं। पलकों को बार-बार झपकाने का अभ्यास करते रहें। ऐसा करने से आंखों में चिकनाई एवं नमी बनी रहती है। शरीर को हाइड्रेट रखें। गर्म हवा के सीधे संपर्क में आने से बचें।

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