जब मशहूर गायिका लता मंगेशकर को दिया गया था जहर, फिर....

जब मशहूर गायिका लता मंगेशकर को दिया गया था जहर, फिर.... लता मंगेशकर को आज कल कौन नहीं जानता। सभी के दिल में राज करने वाली लता को कौन

Update: 2021-02-16 06:34 GMT

जब मशहूर गायिका लता मंगेशकर को दिया गया था जहर, फिर....

लता मंगेशकर को आज कल कौन नहीं जानता। सभी के दिल में राज करने वाली लता को कौन नकार सकता है. अगर मधुर गीत सुनने का मन हो तो लता जी के गाने ही मन करता है उन्हें स्वर कोकिला के नाम से भी जानते है. इंडियन क्लासिकल हो या कैबरे सॉग या फिर गम में डूबी किसी नायिका का दर्द, सभी गाने इनके सुर में ढल जाते है. इन्हे हम सुर की देवी भी कह सकते है. लेकिन क्या आप को पता है लता जी को एक जान से मारने की साजिस भी की जा चुकी है, आइये जानते है लता जी के बारे में कुछ रोचक बाते 

लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के यहां पैदा हुईं थी। इनके पिता भी संगीत के जानकार और थियेटर आर्टिस्ट थे. जब बचपन से ही संगीत की तरफ इनका रुझान था. हालाँकि एक बार जब लता 33 साल की थी तब उन्हें जहर देने की कोसिस की गे थी.

तीन बहनों  थी लता मंगेशकर की. इनकी बहनो का नाम मीना मंगेशकर, आशा भोसले, उषा मंगेशकर और एक भाई ह्रदयनाथ मंगेशकर में सबसे बड़ी हैं. उनके बचपन का नाम हेमा था लेकिन एक दिन थियेटर कैरेक्टर 'लतिका' के नाम पर उनका नाम लता रखा गया.

जान से मारने की कोशिश

कम ही लोग जानते हैं कि लता मंगेशकर को उनके करियर की ऊंचाईयों पर पहुंचा देख कोई इतना भी जल उठा था कि उन्हें जान से मारने की कोशिश तक करने से बाज नहीं आया. 1962 में जब लता मंगेशकर 33 साल की थीं तो उन्हें धीमा जहर दिया गया था. लेखिका पद्मा सचदेव ने अपनी किताब 'ऐसा कहां से लाऊं' में इस बात को विस्तार से लिखती हैं. पद्मा सचदेव ने अपनी किताब में लिखा कि 'लता जी जब 33 साल की थीं तो उन्होंने मुझे ये बात बताई थी. एक दिन सुबह उनके पेट में तेज दर्द होने लगा. थोड़ी देर में उन्हें दो-तीन बार उल्टियां हुईं. जिसमें हरे रंग की कोई चीज थी. उन्होंने बताया कि वो बिल्कुल चलने की हालत में नहीं हैं. उनके पूरे शरीर में तेज दर्ज होने लगा.' 

पद्मा सचदेव ने आगे लिखा कि 'इस स्लो प्वॉइजन की वजह से लता मंगेशकर बेहद कमजोर हो गई थीं. उन्होंने तीन महीने तक बेड रेस्ट किया और कोई गाना नहीं गा पाईं. उनकी आंतों में दर्द रहता था. खाने में भी बेहद सावधानी बरतनी पड़ती थी. उन दिनों लता मंगेशकर केवल ठंडा सूप ही लेती थीं.' 

किसने दिया था जहर 

लता मंगेशकर को जहर देने वाले का नाम आज भी रहस्य ही है, लेकिन बताया जाता है कि उस घटना के बाद से लता जी का कुक फरार हो गया था, जिसके बाद वो कभी अपना बाकी बचा वेतन लेने भी नहीं आया. उस कुक ने लता मंगेशकर के पहले भी कई घरों में काम किया था. 

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