नोटबंदी में आपके द्वारा जमा किए गए 500 और 1000 रूपए के पुराने नोट के साथ क्या हुआ? जानिए!

8 नवंबर वर्ष 2016 को अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान कर दिया था.

Update: 2021-11-08 14:04 GMT

500_1000 rupay note 

नई दिल्ली। नोटबंदी में पुरानी 500 और 1000 की नोट को जमा करवाया गया था। जमा करवाई गई नोट का इस तरह से उपयोग किया गया है। दरअसल वर्ष 2017 में एक आरटीआई के जवाब में सामने आया कि बंद हुए नोटों का डिसॉलूशन यानी विघटन कर दिया जाता है। इन नोटों को फिर से बाजार में चलन के लिए वापस नहीं लाया जाता और इनके कागज का इस्तेमाल अन्य सामान बनाने में किया जाता है।

आरबीआई के नियमों के मुताबिक बंद हो चुके नोटों को करेंसी वेरिफिकेशन प्रोसेसिंग सिस्टम के तहत विघटित किया जाता है. चलन से बाहर नोटों को पहले अलग-अलग कैटेगरी में बांटा जाता है और फिर उनके इस्तेमाल के बारे में फैसला होता है।

5 वर्ष पूर्व हुई थी नोटबंदी

ज्ञात हो कि 8 नवंबर वर्ष 2016 को अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान कर दिए थें। उन्होने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था कि आज से 500 और 1000 के नोट कानूनी तौर पर वैध नहीं रहेंगे। इसके बाद पुराने नोटों को जमा करवाया गया। उसके बदले में 500 और 1000 की नई नोट दी गई थी।

छात्रो ने तैयार किया था ये सामान

पुराने नोट जमा होने के बाद इसकी कई सारी चीजें बनाई गई थी। दरअसल जमा की गइ्र्र नोटों को कतरनों को ब्रिक्स में तब्दील किया जाता है. नोट की कतरनों से तैयार इन ब्रिक्स से कार्डबोर्ड समेत कई तरह के गत्ते के सामान तैयार किए जाते हैं। अहमदाबाद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन के छात्रों ने अपने हुनर से 500 और 1000 के पुराने नोटों से कई सारी चीजें बनाई थीं।

ये थी खासियत

जानकारी के मुताबिक आरबीआई पुराने नोटों को रिसाइकिल नहीं करता यानी बंद होने के बाद फिर से उन नोटों को चलन में नहीं लाया जाता है। पुराने नोटों की खासियत ये है कि वे पानी में पूरी तरह गलते नहीं है और न ही कलर छोड़ते हैं। ऐसे में उनका इस्तेमाल कागज के अन्य सामान बनाने में किया जा सकता है.

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