1 जनवरी 2022 से बदल जाएंगे बैकों के ये नियम, ग्राहकों की जेब होगी ढीली, वजह जान हिल जायेगा दिमाग, जानिए!

साल 2022 में बैंकों के नियमों में बदलाव होने के है संकेत.

Update: 2021-12-26 13:12 GMT

नई दिल्ली। आरबीआई (RBI) बैंकों में कई तरह के बदलाव न्यू ईयर से करने जा रहा है। इनमें डेबिट या क्रेडिट कार्डधारक 2022 में एक बड़ा बदलाव देखने के लिए तैयार हैं। खबरो के मुताबिक आरबीआई्र ने सार्वजनिक और निजी बैंकों के लिए एटीएम से निकासी पर शुल्क बढ़ाने का फैसला किया है। अब ग्राहक नए वर्ष में बढ़े हुए शुल्क पर एटीएम से रूपये मिल पाएगें।

इस पर भी फैसला

इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक ने टोकनाइजेशन पर भी फैसला लिया है। आरबीआई ने ग्राहकों की सुविधा के लिए कार्ड टोकनाइजेशन सिस्टम की डेडलाइन को 30 जून 2022 तक के लिए बढ़ा दिया है। आरबीआई ने इसके लिए एक सर्कुलर जारी किया है।

इसमें कहा गया है कि बैंक ग्राहकों को एटीएम से नकद निकासी के लिए पहले जितना भुगतान कर रहे थे, उससे अधिक भुगतान करना होगा। ग्राहकों को पैसे निकालने के लिए अब 1 रुपये ज्यादा देना होगा। इसके साथ ही टोकनाइजेशन व्यवस्था में बदलाव किया गया है।

नियमों पर एक नजर

पहले ग्राहकों को फ्री लिमिट खत्म होने के बाद 20 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन देना होता था, अब ग्राहकों को 21 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन देना होगा।

आरबीआई के मुताबिक अगस्त 2014 से चार्जेज में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

आरबीआई ने कहा कि इस कदम से बैंकों को उच्च इंटरचेंज शुल्क और लागत में सामान्य वृद्धि की भरपाई होगी।

ग्राहकों को अपने ही बैंक से 5 फ्री ट्रांजैक्शन की इजाजत है।

ग्राहक दूसरे बैंकों के एटीएम से भी कैश निकालने के लिए पात्र हैं। मेट्रो शहरों में प्रति माह तीन और गैर-मेट्रो शहरों में पांच ऐसे लेनदेन की अनुमति है।

नया नियम कैश रिसाइकलर मशीनों पर भी लागू है।

जानकारी के तहत आरबीआई ने अगस्त 2021 में लेनदेन की सीमा को संशोधित किया।

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