ऐसे आ रही छींक तो मान लो कुछ होने वाला है, जानिए!

वैसे तो छींक आना स्वाभाविक है। लेकिन इस छींक के सम्बंध में बताया गया है कि कई बार छींक शुभ होती है लेकिन जानकारी के अभाव में हम उसे भी अशुभ मान लेते हैं।

Update: 2022-01-13 09:14 GMT

वैसे तो छींक आना स्वाभाविक है। लेकिन इस छींक के सम्बंध में बताया गया है कि कई बार छींक शुभ होती है लेकिन जानकारी के अभाव में हम उसे भी अशुभ मान लेते हैं। लेकिन आज हम छींक के सम्बंध में बताने जा रहे हैं कि किस समय छींक आये तो उसे अशुभ मानना चाहिए। आज हम छीक के समम्बंध में कुछ जानकारी देने जा रहे हैं। जिससे पता चलेगा कि यह शुभ है या अशुभ।

छींक में दिशाओं का है महत्व

वैसे तो छींक अगर यात्रा की शुरुआत करते समय आती है तो इसे अपशकुन माना गया है। इसके बाद भी विशेषज्ञ कहते हैं कि जब व्यक्ति बाहर जाने के लिए निकलतें समय अगर छींक आये तो उसका विचार किया जाता है कि छींकने वाला व्यक्ति किस दिशा की ओर खड़ा हुआ था। इसका विचार अवश्य करना चाहिए।

  1. कहा गया है कि अगर व्यक्ति यात्रा पर निकल रहा है और भाई और खड़ा व्यक्ति छींक दे तो यात्रा नहीं करनी चाहिए।
  2. यज्ञ अनुष्ठान और पूजा पाठ के दौरान अगर कोई छींक दे तो इसे अपशकुन माना गया है।
  3. यात्रा में निकलते समय अगर कोई उत्तर दिशा की ओर से छींक दें तो वह अशुभ है। यात्रा रोक देनी चाहिए।
  4. भोजन की शुरुआत करते ही अगर कोई छींक दे तो इसे अपशकुन माना गया है।
  5. वही अगर यात्रा के समय कोई दो बार लगातार सीखें इससे दोष कम हो जाता है।
  6. अगर यात्रा शुरुआत के समय कोई छींक देता है। उसके बाद भी यात्रा करना आवश्यक है। तो कुछ देर रुक कर जल ग्रहण करने के बाद ही   यात्रा की शुरुआत करनी चाहिए।

किस दिशा की छींक है शुभ

  1. कहा गया है कि अगर यात्रा के वक्त निकलते समय कोई दक्षिण या पश्चिम दिशा से छींक दे तो इसे शुभ माना गया है। यात्रा नही रोकनी चाहिए।
  2. अगर कोई व्यक्ति दवा लेते समय छींके तो इसे भी शुभ माना गया है। मान्यता है कि रोगी बहुत जल्द ठीक हो जाएगा।
  3. यात्रा के समय पश्चिम या उत्तर दिशा की ओर खड़ा व्यक्ति छींक दे तो इसे शुभ माना गया है।
  4. श्मशान घाट पर अगर आपको छींक आती है तो इसे शुभ माना गया है।

सर्दी-जुकाम की छींक

अगर कोई व्यक्ति सर्दी जुखाम से ग्रसित है। और वह आपके यात्रा, मांगलिक कार्य की शुरुआत के दौरान छींक देता है तो इस पर विचार नहीं करना चाहिए। इससे कोई दोष नहीं होता है। न ही इसे अपशगुन माने। यह एक सामान्य प्रक्रिया है।

नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। ऐसे में किसी कार्य को शुरू करने के पूर्व विशेषज्ञ से जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें।

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